चेन्नई स्थित क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) ने आज मंगलवार को तमिलनाडु और पुडुचेरी के कई हिस्सों में गरज के साथ मध्यम बारिश का अनुमान लगाया है। हालांकि उत्तर-पूर्वी मानसून आधिकारिक तौर पर सक्रिय हो गया है, लेकिन कमजोर पूर्वी और पश्चिमी हवाओं के प्रभाव के कारण इसका पूरा प्रभाव अभी महसूस नहीं हुआ है।
कल सोमवार सुबह तक के 24 घंटे के वर्षा आंकड़ों के अनुसार रानीपेट जिले के मलाई, तिरुवन्नामलाई जिले के सेतुपट्टू और विल्लुपुरम जिले के वलाथी में 3-3 सेमी बारिश हुई। पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी और उससे सटे म्यांमार तट पर एक निम्न दबाव का क्षेत्र इसी क्षेत्र में बना हुआ है और अगले 24 घंटों के दौरान इसके बांग्लादेश और म्यांमार के तटों की ओर बढ़ने की संभावना है।
आरएमसी बुलेटिन के अनुसार मंगलवार और बुधवार को तमिलनाडु और पुडुचेरी के कुछ स्थानों पर बिजली कड़कने के साथ मध्यम गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। वहीं, 11 नवंबर तक हल्की बारिश होती रहेगी। पूर्वानुमान में कहा गया है कि कुछ जिलों में अधिकतम तापमान सामान्य से 4 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है। चेन्नई और उसके उपनगरों में, आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए रहने की संभावना है। बाद में कुछ स्थानों पर गरज और बिजली कड़कने के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। खाड़ी से सीमित नमी के प्रवाह के कारण दिन में गर्मी ज्यादा रहने की संभावना है।
उत्तर-पूर्वी मानसून की आधिकारिक शुरुआत के बावजूद, मौसम विज्ञानियों ने बताया कि पश्चिमी हवा का रुख सक्रिय बना हुआ है और पूर्वी हवा का प्रवाह अभी तक मजबूत नहीं हुआ है, जिसके कारण कई क्षेत्रों में छिटपुट और देरी से बारिश हो रही है।
हालांकि, दोपहर की गर्म हवाओं ने शाम और रात के दौरान संवहनीय बारिश शुरू कर दी है। मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि यह स्थिति लगभग 12 नवंबर तक बनी रहेगी, जिसके बाद पूर्वी हवाएं तेज हो जाएंगी, जिससे पूरे राज्य में उत्तर पूर्वी मानसून के मजबूत होने का रास्ता साफ हो जाएगा। इस बीच, फिलीपींस के पास दक्षिण चीन सागर में ‘कलमेगी’ नाम का एक उष्णकटिबंधीय तूफान बना है और थाईलैंड की ओर बढ़ रहा है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि इस तूफान का तमिलनाडु में उत्तर-पूर्वी मानसून पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ेगा।